Tuesday, September 24, 2019

Untitled Sentiments - बेनामी भावनायें

फिर देश बना निशाना आतंक की दहशत का
और हुआ शहीद एक और वीर जवान सेना का
मिला मौक़ा बयानो का देश के नेताओं को
पक्ष विपक्ष ने ख़ूब झँझोरा देश भक्ति के ख़यालों को
दुनिया भर के देशों ने भी की हमलों की निंदा
कहा होना चाहिए आतंकी देश को शर्मिंदा
अधिकारियों ने करी बैठकें, अब तो कुछ करेंगे
कुछ ने वेतन दिया, कहा शहीद परिवार का पेट भरेंगे
मीडिया ने भी मौक़ा देख कर ख़ूब सवाल उठाए
न्यूज़ रूम में वाद विवाद हुए, वही ५-१० चेहरे चिल्लाए
फ़ेस्बुक ट्विटर पर सबने भावनाओं की नदियाँ बहाई
रेस्ट इन पीस मेरे वीर जवान कहकर ज़िम्मेदारी निभायी
कुछ ने सुझाया पाकिस्तान को बम से उड़ा दो
बाक़ी दिग्गज बोले भाई कश्मीरियों को ही देश से दफ़ा करो
फिर कुछ समय बीत गया, बम का धुआँ भी छँट गया
नेताओं को भी याद आया कि किसने कितना भ्रष्टाचार किया
मीडिया को भी अब वर्ल्ड कप कवर करना था
अधिकारीयों को भी तो देश का विकास करना था
हम सब भी फिर बिज़ी हो गए नयी फ़िल्मों और गानों में
आशिक़ों को मज़ा आता है बस आशिक़ी लगाने में
वही सिलसिले जारी रहे, आधी दुनिया जागती आधी सोती रही
ना समझी कि क्यूँ और कैसे हुआ, बस उस फ़िदायीन कि माँ रोती रही
उस शहीद जवान की माँ रोती रही, मेरी भारत माँ रोती रही

- Manish